अरुण गोविल – भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी किए गए लोकसभा की पाँचवी लिस्ट में मेरठ से उम्मीदवार
भारतीय जनता पार्टी ने 24 मार्च को लोकसभा चुनाव की अपनी पांचवीं लिस्ट जारी की है इस लिस्ट में कुल 111 नाम हैं जिसमें कई वर्तमान मंत्री,पूर्व मंत्री और दूसरे दलों से आए हुए नेता शामिल हैं। भारतीय जनता पार्टी ने रामायण सीरियल में भगवान श्री राम का किरदार निभा चूके अरुण गोविल को मेरठ से अपना उम्मीदवार बनाया है। अरुण गोविल को राजेन्द्र अग्रवाल की जगह प्रत्याशी बनाया गया है। वो 2009 से लगातार तीन बार मेरठ का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अरुण गोविल ने पार्टी का आभार प्रकट किया है। अपने “X” सोशल मीडिया अकाउंट पर उन्होंने प्रतिक्रिया दी “आ. श्री नरेंद्र मोदी जी और चयन समिति का बहुत-बहुत हार्दिक आभार जिन्होंने मुझे मेरठ का सांसद प्रत्याशी बनाकर इतना बड़ा कार्यभार सौंपा है। मैं भारतीय जनता पार्टी के विश्वास और जनमानस की अपेक्षाओं पर पूर्णत: खरा उतरने का संपूर्ण प्रयास करूँगा…जय श्री राम”।
विदित है की प्रसिद्ध सीरीअल रामायण और महाभारत के कई कलाकारों को चुनावों में अवसर मिलते रहे हैं, पर अरुण गोविल को पहली बार किसी दल की ओर से प्रत्याशी बनाया गया है। अरुण गोविल ने भगवान श्री राम का किरदार निभाया था और इसमें किए गए अभिनय से उन्हें खूब प्रसिद्धि मिली। अरुण गोविल मेरठ के रहने वाले हैं।
प्रसिद्ध अभिनेत्री’ कंगना राणावत को पार्टी ने हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा से प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के टिकट मिलने पर कंगना ने कहा – “मैं होली पर सभी को शुभकामनाएं देती हूं। यह मेरी ‘जन्मभूमि’ है और इसने मुझे वापस बुलाया है, मैं अपने आपको भाग्यशाली मानती हूँ … अगर जनता मुझे चुनती हैं, तो मैं उनकी सेवा करूंगी। मैं अभिभूत हूं, यह मेरे परिवार और मेरे लिए एक भावनात्मक दिन है,”
इस लिस्ट में वैसे तो कई चौंकाने वाले नाम हैं जिनका टिकट कटा है। परंतु, कुछ विशेष नाम जो चौंकाने वाले रहे वो हैं वरुण गाँधी, जो कि पीलीभित से बीजेपी के उम्मीदवार थे उनका टिकट पार्टी ने काट दिया है। उनकी जगह जितिन प्रसाद को टिकट मिला है। जितिन प्रसाद वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री हैं। वरुण गांधी की माता मेनका गाँधी को पार्टी ने सुलतानपुर से फिर से टिकट दिया है।
कुछ और प्रमुख नाम जिनका टिकट कटा है उन उसमें से बिहार के बक्सर से अश्विनी चौबे, कर्नाटक से अनंत कुमार हेगड़े, गाजियाबाद से जनरल वीके सिंह, उड़ीसा से सुरेश पुजारी, नीतीश गंगदेव, बसंत पांडा और केंद्रीय मंत्री विश्वेश्वर टुडू हैं।